गुजरात का अम्बा धाम - आँखों पर पट्टी बांधकर करते है पुजारी और भक्त पूजा
गुजरात का प्रसिद्ध शक्तिपीठ अम्बा धाम एकमात्र ऐसा मंदिर है जहा मूर्ति की पूजा ना होकर एक यंत्र की पूजा होती है | पुजारी आँखे बंद करके इस यन्त्र की पूजा करते है | यह मंदिर गुजरात और राजस्थान की सीमा पर है
माँ सती के शक्तिपीठो में से एक है गुजरात का अम्बाजी का धाम | यह मंदिर देवी माताओ के सभी मंदिरों से अनोखा है | इस मंदिर में कोई देवी की मूर्ति ना होकर एक अम्बा यन्त्र की पूजा की जाती है | इसी यन्त्र को देवी तुल्य मानकर पूजा की जाती है | यन्त्र पूजा के समय इस यन्त्र को नही देखा जाता है इसके लिए पुजारी और भक्तो की आँखों पर पट्टी बाँधी जाती है | इस मंदिर में इस गुप्त देवी यन्त्र को आँखों से देखना निषेध है कहते है इस जगह माँ सती का ह्रदय गिरा था और तब से यह शक्तिपीठ अम्बा धाम के रूप में पूजनीय है
धार्मिक महत्व इस जगह का कहते है इसी जगह पर भगवान श्री कृष्ण का मुंडन किया गया था | भगवान राम और लक्ष्मण सीता की खोज में यही से गुजरे थे | यहीं मां अम्बा ने श्रीराम को रावण का वध करने के लिए दिव्य बाण दिया था। इसी जगह पर वाल्मीकि जी ने रामायण लिखनी शुरू की थी मां अम्बा का यह मंदिर करीब 12 सौ साल पुराना है
अम्बा धाम मंदिर गुजरात और राजस्थान की सीमा पर अहमदाबाद से 18 किलो मीटर और माउंट आबू से 45 किमी दूरी पर स्थित है
No comments:
Post a Comment