पुराणों में वर्णित है कि भगवान विष्णु, राम और कृष्ण को तुलसी जी का भोग लगाने से भगवान प्रसन्न होते है .. और प्रसाद को ग्रहण करते हैं। परंतु गणेशजी के भोग में तुलसी का प्रयोग वर्जित बताया गया है। गणेशजी को तुलसी का भोग लगाने से भगवान नाराज हो जाते हैं।
गुजरात का अम्बा धाम - आँखों पर पट्टी बांधकर करते है पुजारी और भक्त पूजा
गुजरात का प्रसिद्ध शक्तिपीठ अम्बा धाम एकमात्र ऐसा मंदिर है जहा मूर्ति की पूजा ना होकर एक यंत्र की पूजा होती है | पुजारी आँखे बंद करके इस यन्त्र की पूजा करते है | यह मंदिर गुजरात और राजस्थान की सीमा पर है
माँ छिन्नमस्तिका के अवतरण और उनके मुख्य शक्तिपीठ मंदिर की कथा
माँ का वो रूप जिसमे स्वयं माँ ने अपने शीश को काट दिया है और अपने मस्तक को छिन्न करने के कारण यह माँ छिन्न मस्तिका कहलाई यह माँ के दस महाविद्याओ में से एक है | उनकी गर्दन से लहू की तीन धार निकल रही है जो उनके दोनों और सहचरी और स्वयं पान कर रही है | देवी माँ के पैरो में कामदेव और रति पड़े हुए है